Search
Close this search box.

बज्रपात/ठनका से बचें।

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

बज्रपात/ठनका

सामान्यतया मानसून पूर्व एवं मानसून की बारिश के समय प्रायः आसमान में बिजली कड़कती/चमकती है तथा आसमानी बिजली / वज्रपात/उनका गिरने से आमजन प्रभावित होते हैं। उनका गिरने से जन-धन को होने वाली हानि से बचाव के दृष्टिकोण से यह आवश्यक है कि हम उनका से बचने के लिए थोड़ी सावधानी बरतें।

 

वज्रपात (ठनका) से बचाव के उपाय

 

क्या करें:-

 

• यदि आप खुले में हो तो शीघ्रातिशीघ्र किसी पक्के मकान में शरण ले।

• सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहे।

• खिड़कियाँ, दरवाजे, बरामदे एवं छत से दूर रहें।

• ऐसी वस्तुएँ, जो बिजली की सुचालक हैं, उनसे दूर रहें।

• बिजली के उपकरणों या तार के साथ संपर्क से बचें व बिजली के उपकरणों को बिजली के संपर्क से हटा दें।

•तालाब और जलाशयों से भी दूरी बनाये रखें।

• समूह में न खड़े हों, बल्कि अलग-अलग खड़े रहे।

• यदि आप जंगल में हो तो छोटे एवं घने पेड़ों की शरण में चले जायें।

• बाहर रहने पर धातु से चनी वस्तुओं का उपयोग न करें। बाइक, बिजलीया टेलीफोन का खंभा, तार की बाड, मशीन आदि से दूर रहें।

•धातु से बने कृषि यंत्र- डंडा आदि से अपने को दूर कर दें।

•स्थानीय रेडियो, अन्य संचार साधनों से मौसम की जानकारी प्राप्त करते रहे।

• यदि आप खेत खलिहान में काम कर रहे हों और किसी सुरक्षित स्थान की

•शरण न ले पायें हों तो – (क) जहां हैं वहीं रहे, हो सके तो पेरों के नीचे सूखी चीजें जैसे- लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें।

(ख) दोनों पैरों को आपस में सटा लें एवं दोनों हाथों को घुटनों पर रख कर अपने सिर को जमीन के तरफ यथा संभव झुका लें तथा सिर को जमीन से न सटाएं

(ग) जमीन पर कदापि न लेटें।

• ठनका के मामले में मृत्यु का तात्कालिक कारण हृदयाघात है। अगर जरूरी हो तो “हृदय पुनर्जीवन क्रिया, प्राथमिक चिकित्सा” (Cardiopulmonary Resuscitation (CPR)) प्रारंभ कर दें।

“हृदय पुनर्जीवन क्रिया, प्राथमिक चिकित्सा” (Cardiopulmonary Resuscitation (CPR)) देने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि प्रभावित व्यक्ति के शरीर से विद्युत का प्रभाव न हो रहा हो।

•यह सुनिश्चित कर ले कि पीड़ित की नाड़ी एवं श्वास चल रही हो।

•आसमानी बिजली के झटके से घायल होने पर पीड़ित व्यक्ति को तत्काल नजदीकी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र ले जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

क्या न करें:-

 

• ऊँची इमारत वाले क्षेत्रों में शरण नहीं लें।

• साथ ही बिजली एवं टेलीफोन के खमों के नीचे कदापि शरण नहीं ले, क्योंकि उँचे वृक्ष, उँची इमारतें एवं टेलीफोन / बिजली के खंभे आसमानी बिजली को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

• पैदल जा रहे हों तो धातु की डंडी वाले छातों का उपयोग न करें।

खुले आकाश में रहने को बाध्य हों तो नीचे के स्थलों को चुने। एक साथ कई आदमी इकट्ठे न हो। दो लोगों के बीच की दूरी कम-से-कम 15 फीट हो।

• यदि घर में हों तो पानी का नल, फिज, टेलीफोन आदि को न छूएँ।

READ MORE

मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। रामचरित मानस में राष्ट्रीय चेतना विषयक संवाद की खबरें विभिन्न समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित। मुख्य वक्ता प्रोफेसर रंजय प्रताप सिंह जी को बहुत-बहुत साधुवाद।

[the_ad id="32069"]

READ MORE

मीडिया के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। रामचरित मानस में राष्ट्रीय चेतना विषयक संवाद की खबरें विभिन्न समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित। मुख्य वक्ता प्रोफेसर रंजय प्रताप सिंह जी को बहुत-बहुत साधुवाद।